सेना के जांबाज़ डॉग ‘रोबो’ ने दी सेवा से विदाई, 7 साल देश की सुरक्षा में किया योगदान

सात साल तक देश की सेवा करने वाला ‘रोबो’ अब रिटायर

भारतीय सेना में तैनात डॉग स्क्वाड का अहम सदस्य ‘रोबो’ अब सेवानिवृत्त हो गया है। ‘रोबो’ ने पिछले सात वर्षों में कई संवेदनशील मिशनों और अभियानों में भाग लिया और अपनी सूंघने की क्षमता और ट्रेनिंग से कई बार देश को संभावित खतरों से बचाया। उसकी सेवा के दौरान उसने न केवल विस्फोटक सामग्री की पहचान की बल्कि कई बार आतंकवाद विरोधी अभियानों में भी अपनी अहम भूमिका निभाई।

rab-daga_bd0152b6d521d153d83c431184123d9d

भारतीय सेना का गर्व: अद्भुत ट्रेनिंग और समर्पण

‘रोबो’ को सेना के रेमाउंट एंड वेटरिनरी कॉर्प्स (RVC) सेंटर में प्रशिक्षित किया गया था। यह यूनिट भारतीय सेना के डॉग्स को विशेष मिशनों जैसे विस्फोटक पहचान, खोज और बचाव, और सीमा सुरक्षा के लिए तैयार करती है। रोबो को शुरू से ही एक तेज, वफादार और अनुशासित डॉग के रूप में पहचाना गया। उसके प्रशिक्षकों ने बताया कि रोबो ने किसी भी आदेश का उल्लंघन कभी नहीं किया और हमेशा तत्परता से काम किया।

विदाई समारोह में भावनात्मक माहौल

रोबो की रिटायरमेंट सेरेमनी में कई सैनिकों की आंखें नम थीं। समारोह के दौरान सेना के जवानों ने ‘रोबो’ को सलामी दी और उसके वर्षों की सेवा के लिए सम्मानित किया। विदाई के समय ‘रोबो’ को विशेष आहार, एक गार्ड ऑफ ऑनर और फूलों की माला पहनाकर विदा किया गया।
कई सैनिकों ने कहा — “रोबो हमारे लिए सिर्फ एक डॉग नहीं, बल्कि एक साथी सैनिक था।”

मिशनों में निभाई अहम भूमिका

अपने सेवा काल के दौरान ‘रोबो’ ने 25 से अधिक मिशनों में हिस्सा लिया। इनमें कई बार बम डिटेक्शन, सर्च ऑपरेशन और आपातकालीन स्थितियों में खोज अभियान शामिल थे। सेना के रिकॉर्ड के अनुसार, ‘रोबो’ ने कम से कम 10 बार संभावित विस्फोटक सामग्री की पहचान कर सैकड़ों लोगों की जान बचाई।
उसकी तेज सूंघने की शक्ति और अनुशासन ने उसे सैनिकों के बीच “हीरो रोबो” बना दिया।

अब शांतिपूर्ण जीवन की ओर ‘रोबो’

रिटायरमेंट के बाद ‘रोबो’ को आर्मी के डॉग रिटायरमेंट सेंटर में भेजा गया है, जहां उसकी विशेष देखभाल की जाएगी। वहां उसे आराम, पौष्टिक भोजन और चिकित्सा सुविधाएं मिलेंगी। सेना ने कहा कि “भले ही रोबो अब सेवा से रिटायर हो गया हो, लेकिन उसकी बहादुरी और वफादारी की याद हमेशा हमारे दिलों में रहेगी।”
यह विदाई एक सैनिक के प्रति भारतीय सेना के सम्मान और समर्पण की मिसाल है — चाहे वह इंसान हो या चार पांव वाला साथी।


‘रोबो’ की कहानी सिर्फ एक डॉग की नहीं, बल्कि वफादारी, सेवा और साहस की कहानी है। भारतीय सेना के ऐसे चार-पैर वाले हीरो देश के सच्चे रक्षक हैं, जो बिना किसी स्वार्थ के हमारी सुरक्षा में जुटे रहते हैं।

Indian Army DogRoboArmy Dog RetirementMilitary Dogs IndiaIndian Army NewsSoldier Dog RoboEmotional Farewell
Kuldeep Pandey
Kuldeep Pandey
Content Writer & News Reporter

I’m a passionate writer who loves exploring ideas, sharing stories, and connecting with readers through meaningful content.I’m dedicated to sharing insights and stories that make readers think, feel, and discover something new.